भीमावरम, 4 जुलाई (आईएएनएस)| आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को यहां क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती समारोह के शुभारंभ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक अनोखा उपहार भेंट किया।
सभी को चकित करते हुए मुख्यमंत्री ने मोदी को धनुष और तरकश भेंट किया।
धनुष और तरकश ‘मण्यम वीरुडु’ या वन नायक का एक प्रतीक है। अल्लूरी सीताराम राजू इसी नाम से लोकप्रिय हैं। आदिवासी योद्धा ने धनुष और बाणों से अंग्रेजों से लोहा लिया और अपने पारंपरिक हथियारों और अद्भुत युद्धशैली के साथ आदिवासियों की एक सेना के साथ विद्रोह का नेतृत्व किया।
सीताराम राजू और आदिवासी सरदार मल्लू डोरा के रिश्तेदारों का अभिनंदन करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें नमन किया।
मोदी और जगन मोहन रेड्डी दोनों ने सीताराम राजू को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत तेलुगू में कुछ शब्दों के साथ की, जिसने लोगों की तालियां बटोरीं।
प्रधानमंत्री ने साल भर चलने वाले इस समारोह का शुभारंभ करने के अवसर पर सीताराम राजू की 30 फीट की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने एक ऐसे समाज का निर्माण करने की इच्छा जताई जहां एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति और एक देश से दूसरे व्यक्ति का शोषण न हो। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए लाखों सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है।
जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि अल्लूरी सीताराम राजू ऐसे सेनानियों में से एक हैं, जो आंध्र प्रदेश में पैदा हुए और विदेशी शासन के खिलाफ लड़े।
उन्होंने बताया कि हाल के पुनर्गठन के दौरान आंध्र प्रदेश के एक जिले का नाम अल्लूरी सीताराम राजू के नाम पर रखा गया है और कहा कि उस जिले में उनकी 125वीं जयंती के अवसर पर एक कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र उनके जैसे महान व्यक्ति को कभी नहीं भूलेगा, जिन्होंने कम उम्र में अपने प्राणों की आहुति दे दी और कहा कि आने वाली पीढ़ियां उनकी लड़ाई की भावना को संजोएंगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ, अल्लूरी सीताराम राजू के भतीजे अल्लूरी श्रीराम राजू और अल्लूरी के करीबी लेफ्टिनेंट मल्लू डोरा के बेटे बोडी डोरा को सम्मानित किया।