जबलपुर के तिलवारा घाट के पास रहने वाले झम्मू वंशकार के घर मे उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया जब उनके घर की रसोई कक्ष में चार फीट लंबा जहरीला नाग बैठा हुआ देखा गया। नाग देखते ही झम्मू वंशकार की पत्नी चीखी और घर से बाहर निकलकर आई और अपने पति को बताया कि चूल्हे के पास काला नाग बैठा है और मुंह मे चूहा दबाया हुआ है। घर मे नाग होने की सूचना तिलवारा थाना पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस के द्वारा बुलाए गए सर्प विशेषज्ञ ने नाग का रेस्क्यू किया। जानकारी के मुताबिक तिलवाराघाट थानांतर्गत संविधान चौराहे के पास झम्मू बंशकार अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में रहा करता है। आज जब महिला रजनी खाना बनाने के लिए रसोई कक्ष गई तो देखा कि चूल्हे के पास एक चार फीट का लंबा कोबरा बैठा हुआ है , कोबरा देखते ही परिजनों में दहशत व्याप्त हो गया सूचना थाना तिलवाराघाट थाना को दी गई, कुछ देर बाद पुलिस के साथ सर्प विशेषज्ञ गजेंद्र दुबे मौके पर पहुंचे और कोबरा का रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया। गजेन्द्र दुबे ने बताया कि यह कोबरा प्रजाति का नाग है और बेहद ही गुस्सैल और जहरीला होता है इसके ज़हर में न्यूरोटाक्सिन पाया जाता है जिसके कारण पीड़ित व्यक्ति का नर्वस सिस्टम जाम हो और समय पर अगर उपचार न मिलें तो व्यक्ति की मौत तक हो सकती है। सर्प विशेषज्ञ ने बताया को कोबरा नाग आमतौर पर शांत स्थानों मे रहना पसंद करता है। सर्दी के समय कोबरा धूप सेकने कुछ देर के लिए बाहर निकलता है और फिर बिल मे चले जाता है। उन्होंने बताया कि देखा जा रहा है अक्सर शहर मे कोबरा नाग सहित अन्य सांप निकल रहें है जिसकी वजह यह है की धीरे-धीरे क्रंक्रीट के मकान सड़कें बन रहीं है जिसके कारण इनके रहने के स्थान खत्म हों रहें इसी वजह से यह आए दिन घरों के पास देखें जा रहें है। फिलहाल गजेन्द्र दुबे ने कोबरा का रेस्क्यू कर उसे बरगी के जंगल मे छोड़ दिया है।