धरती में सूर्य को प्रत्यक्ष देव माना जाता है । उनकी उपासना का विशेष महत्व रहता है । बगला मुखी मंदिर में चल रही सूर्य उपासना का शुक्रवार को समापन हो गया । इस अवसर पर अनेक अनुष्ठानों का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए । स्वामी सुबुद्धानंद जी महाराज के सानिध्य में हुए इस आयोजन में विधि विधान के साथ भगवान शिव की अर्चना और सूर्य आराधना की गई । उनका कहना था कि महाभारत काल में स्वयं युढिष्ठिर वनवासकाल के दौरान सूर्य उपासना किए थे ।