जबलपुर सेंट्रल जेल में मनाई गई सुभाष चंद्र बोस की जयंती इसी कड़ी में आज सेंट्रल जेल के अंदर सजा काट रहे महिला एवं पुरुष बंदियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी विशिष्ट अतिथि के रूप में डीआईजी पुलिस राजाराम परिहार और होमगार्ड डीआईजी विषभ तिवारी मौजूद रहे पुरुष बंदीयो ने देश भक्ति गीत योगा नृत्य जैसे कार्यक्रम प्रस्तुत किए वही महिला बंदीयो ने मार्च पास से लेकर फिल्मी गीतों पर अपनी कला को पेश किया।
डीआईजी पुलिस राजाराम परिहार ने बताया नेताजी सुभाष चंद्र बोस का इस जेल में दो बार का रहना इस गौरव धरा को गौरवान्वित करता है और उसी गौरव दिवस को मनाने के लिए यहां सजा काट रहे पुरुष एवं महिला बंधुओं द्वारा जो कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाती है उसकी कला को देखने का मौका मिलता है डीआईजी का कहना था अगर आदमी की एनर्जी डाउन होती है तो वह अपराधी बन जाता है और अगर उसकी एनर्जी का लेवल ऊपर होता है तो वही आदमी कलाकार बन जाता है जेल से छूटने के बाद समाज इनको फिर से अपना आएगा
वही डीआईजी होमगार्ड विषभ तिवारी ने बताया कि हमने अभी तक बंधुओं का सिर्फ ग्रे शेड ही देखा है पर आज उनके अंदर के कलाकार को देखने का मौका मिला
जेल अधीक्षक ने बताया की आज हमने जेल के अंदर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई और इसके दो उद्देश होते हैं यह हमें देश भक्ति और अच्छे कार्य की प्रेरणा देती है इस दिन का हम लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं।