शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ संचालक मोहन भागवत पर बड़ा बयान दिया है। मोहन भागवत के जातियों पर दिए बयान पर शंकराचार्य ने कहा- विद्वानों ने अगर कोई चीज बनाई है, तो इसे आप गलत कैसे कह सकते हो। विद्वानों ने बनाई है, तो अच्छी ही होगी। अब भागवत माफी भी मांग लेंगे तो क्या हो जाएगा, उनकी भद्द पिट गई है। शंकराचार्य ने कहा, लगता है मोहन भागवत का ज्ञान बहुत बढ़ गया है। मोहन भागवत ने कौन सा अनुसंधान किया? वो हमें भी बता दीजिए, बाकि हमने तो गीता में पढ़ा है। भगवान कृष्ण ने कहा है- मैंने बनाई हैं हर जाति, वर्ण व्यवस्था। इसी गीता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बराक ओबामा को भेंट की थी। यदि मोहन भागवत गीता को भी गलत मान रहें, तो बताएं कि उन्होंने कहां से यह ज्ञान प्राप्त किया? जबलपुर के बेलखाड़ू में जगदुरुकुलम के भूमिपूजन पर पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने मोहन भागवत को नसीहत देते हुए कहा, जब अपने शब्दों को छोटा करते हैं, तो स्वयं भी छोटे हो जाते हैं, इसलिए अपेक्षा की जाती है कि बड़े लोग हमेशा सुविचारित बात करें। शंकराचार्य ने कहा किरामचरित मानस के विशेषज्ञ नहीं हैं, तो उनको देश में इतना बड़ा कोलाहल नहीं करना चाहिए। जब हम सांप का मंत्र जानते हैं, तभी उसके बिल में हाथ डालना चाहिए। इसी तरह जिस विषय का ज्ञान न हो, उस पर नहीं बोलना चाहिए। आपने धर्मशास्त्र पढ़ा नहीं और धर्मशास्त्र को लेकर भ्रम फैला रहे हो। यह काम मत करो। सनातन धर्म में व्यक्ति गड़बड़ी छिपाकर आगे बढ़ता है। आप उस पर फोकस करवा रहे हो।