सोमवती अमावस्या के पावन पर्व पर आज ग्वारीघाट में महिलाओं की भीड़ देखने को मिली । महिलाओं ने आज बड़ी श्रद्धा से श्री तुलसी जी का पूजन पाठ किया। वही ग्वारीघाट पूजन करने पहुंची रज्जू विश्वकर्मा ने बताया कि सत्यवान सावित्री अपने पति के प्राणों को यमराज से वापस लाने के लिए इस व्रत को करके तुलसी जी की परिक्रमा लगाई तभी से सुहागने इस व्रत को करती आ रही हैं।
वाइट रज्जो विश्वकर्मा
वही घाट पर बैठे पंडित जी ने बताया कि सोमवती अमावस्या का बड़ा ही महत्व रहता है इस दिन महिलाएं सुबह से ही ग्वारीघाट में आकर स्नान ध्यान कर दीपदान और तुलसी जी का पूजन करती हैं आज के दिन नर्मदा परिक्रमा भी की जाती है यह परिक्रमा सुबह ग्वारीघाट से निकलकर तिलवारा घाट होते हुए शाम को वापस ग्वारीघाट आ जाती है।