बेंगलुरु, 31 अक्टूबर । कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने मंगलवार को कहा कि अधिकारी पिछले तीन दिनों से शहर के रिहायशी इलाकों में घूम रहे तेंदुए को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “तेंदुए को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। इस संबंध में किसी भी चिंता की कोई गुंजाइश नहीं है। लेकिन, सावधान रहें।”
वन मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अधिकारी उस स्थान पर तैनात हैं जहां तेंदुआ देखा गया था। थर्मल कैमरों का उपयोग किया जा रहा है और रात के दौरान भी जंगली जानवर को पकड़ने का अभियान जारी है।
तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए हैं। लोगों के लिए चिंता का कोई कारण नहीं होना चाहिए लेकिन उन्हें बाहर यात्रा करते समय सावधानी बरतनी होगी। छोटे बच्चों को हमेशा बड़ों के साथ रखना चाहिए और उन्हें बाहर खेलने के लिए भी नहीं भेजना चाहिए।
अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि यदि वे तेंदुए को देखें तो इसकी जानकारी उन्हें तुरंत दें। सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों को संदेह है कि तेंदुआ कृष्णा रेड्डी औद्योगिक क्षेत्र के पास एक खाली इमारत में शरण ले रहा है।
तेंदुए को पकड़ने के लिए मैसूर से विशेष टीम पहुंची है। अधिकारियों ने आसपास स्थित आईटी कंपनियों के कर्मचारियों को तेंदुए को पकड़ने के अभियान के दौरान परिसर से बाहर नहीं निकलने के सख्त निर्देश दिए हैं।
बेंगलुरु में व्हाइटफील्ड के पास कुडलू गेट इलाके और आसपास के इलाकों में कथित तौर पर एक तेंदुआ देखे जाने के बाद निवासियों में दहशत फैल गई है। निवासियों ने बताया कि वे अपने घरों से बाहर निकलने से डरते हैं और घूमते समय सुरक्षा की भावना रखने के लिए छड़ी ले जाने को मजबूर हैं।
29 अक्टूबर की तड़के कार गैरेज, अपार्टमेंट परिसर, लिफ्ट के पास, परिसर और पार्किंग स्थल क्षेत्र में तेंदुए की हरकत सीसीटीवी में कैद हो गई। इसे स्थानीय निवासियों और बीट पुलिस ने भी देखा।
हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया, लेकिन जंगली जानवर का पता नहीं चल सका।
कोई जोखिम न उठाते हुए, वन विभाग ने कई स्थानों पर पिंजरे लगाए हैं और लोगों को रात में बाहर न निकलने की सलाह दी है।
मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) एसएस लिंगराज और जिला वन अधिकारी (डीएफओ) रवींद्र की निगरानी में पांच टीमों का गठन किया गया है।