केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने अपने पंद्रह महीने के कार्यकाल के दौरान सेवा भाव नहीं सत्ता भाव पाल लिया था, उसे जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं था।
श्री सिंधिया ने मैहर, सागर जिले के सुरखी, रायसेन के सांची और धार जिले के बदनावर में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सवा साल तक रही कांगेस की कमलनाथ सरकार ने सेवा भाव की जगह सत्ता का भाव पाल लिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस की सरकार आई तो वल्लभ भवन को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया था। प्रदेश में उद्योग नहीं लाए, ट्रांसफर-पोस्टिंग का उद्योग शुरू करके भ्रष्टाचार का खेल खेला। पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के पास अपने मंत्रियों से मिलने का समय नहीं होता था, वह बोलते थे ‘चलो, चलो, समय नहीं है’, तो वह जनता की क्या सोचते।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस झूठ और लूट की पार्टी है, इस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता। जब भी इनके नेताओं को कुर्सी दिखती है उनकी आंखें चमकने लगती है। उन्होंने कहा कि उन्हें वर्ष 2003 का समय याद है। यहाँ मेरे सामने बैठे अधिकतर लोग उस समय वोटर नहीं थे। उन्होंने वह भ्रष्टाचार और दुरावस्था का काल नहीं देखा जब बल्ब में रोशनी नहीं आती थी, गड्ढा कहां ख़त्म होता है, सड़क कहां शुरू होती है, ये पता ही नहीं चलता था। वो सड़क का ज़माना नहीं था, सिर्फ़ पगडंडी होती थी।
श्री सिंधिया ने कहा कि आजादी के बाद 55 वर्ष हमने कांग्रेस की सरकार देखी। उस कांग्रेस ने 2003 तक आपके और मेरे मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बना कर छोड़ दिया था। कांग्रेस के बीमारू मध्यप्रदेश को भाजपा सरकार ने बदला है। जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से मध्यप्रदेश का विकास हुआ है।