मेरठ, 22 अप्रैल (आईएएनएस)| असम में उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर मारे गए मांस तस्करों के परिवार ने आरोप लगाया है कि दोनों की पुलिस की साजिश के तहत हत्या की गई थी। अकबर बंजारा और सलमान के पिता पीरू बंजारा ने संवाददाताओं से कहा, “मेरे बेटों को फंसाने और उन्हें मारने की पुलिस की साजिश थी। वे कुछ भी अवैध नहीं कर रहे थे और जिस रंगदारी के मामले में मेरठ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया वह भी काल्पनिक था। उनके खिलाफ यहां या असम में कोई मामला दर्ज नहीं था।”
अकबर और सलमान के शव गुरुवार शाम मेरठ के फलावड़ा गांव पहुंचे जहां भारी भीड़ की मौजूदगी में उनके शव दफनाए गए।
पुलिस ने कहा कि 40 वर्षीय अकबर कथित तौर पर मांस आपूर्ति का एक अंतर्राष्ट्रीय सिंडिकेट चलाता था और उसके सिर पर दो लाख रुपये का इनाम था।
उन्हें और उनके दो भाइयों को 12 अप्रैल को मेरठ में एक कथित रंगदारी मामले में गिरफ्तार किया गया था।
दो दिन बाद असम पुलिस अकबर और सलमान के खिलाफ वारंट लेकर मेरठ पहुंची और उन्हें वहां से ले गई। उन्हें असम के कोकराझार में एक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और सलाखों के पीछे डाल दिया गया।
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, दोनों को सोमवार को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने दावा किया, इसके बाद में रात में जब उन्हें कोकराझार में भूटान सीमा के पास रायमोना नेशनल पार्क के अंदर आगे की जांच के लिए ले जाया जा रहा था तभी गोलीबारी हुई, जिसमें दोनों आरोपी मारे गए और 4 पुलिस वाले को गोली लगी।