जस्टिस जे.एस वर्मा की स्मृति में आयोजित व्याख्यानमाला में मुख्य अतिथि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा जस्टिस जेएस वर्मा ने अपने फैसलों के माध्यम से एक प्रकार से न्याय के सिद्धांतों का पुर्नप्रतिपादन कर दिया। पूरकता,पारदर्शिता के साथ पिटीशन को पूरा सुनना और न्याय करने के लिए वे जाने जाएंगे। चाहे विशाखा गाइडलाइन जो कामकाजी महिलाओं के यौन उत्पीड़न को रोकने की मिसाल बन गई है चाहे निर्भया प्रकरण हो उनकी दूरदर्शिता और न्यायप्रियता आज भी प्रासंगिक है। उन्होने तो पूरा सिस्टम इस बाबत बनवा दिया।
जबलपुर स्थित मानस भवन राईट टाउन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा न्याय जगत को जस्टिस वर्मा पर गर्व है और देश को भारत की न्यायपालिका पर आज भी पूरा विश्वास है। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा पर मध्यप्रदेश में हो रहे कामकाज और जस्टिस जेएस वर्मा द्वारा दी गई गाइडलाइन का हवाला देते हुए कहा कि उन्होने न्याय के प्राकृतिक सिद्धांतों का पालन कराया।
मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी बाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से न्याय तथा विधि जगत में हिंदी में कामकाज पर जोर दिया। जबलपुर जिले स्थित मानस भवन राईट टाउन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा न्याय जगत को जस्टिस वर्मा पर गर्व है और देश को भारत की न्यायपालिका पर आज भी पूरा विश्वास है। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा पर मध्यप्रदेश में हो रहे कामकाज और जस्टिस जेएस वर्मा द्वारा दी गई गाइडलाइन का हवाला देते हुए कहा कि उन्होने न्याय के प्राकृतिक सिद्धांतों का पालन कराया।
मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटलबिहारी बाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से न्याय तथा विधि जगत में हिंदी में कामकाज पर जोर दिया। कार्यक्रम के संयोजक राज्यसभा सदस्य विवेककृष्ण तन्खा ने कहा जस्टिस जेएस वर्मा के निर्णय देश में मिसाल बना दी। संवेदनशीलता के साथ प्रकरणों को पूरा सुनना और न्याय में कोताही नहीं करना उनकी खासियत थी। उनके सख्त मिजाज से प्रत्येक व्यक्ति डरता था लेकिन उनका मन बहुत कोमल था जो निर्णय से झलकता है। विशाखा कमेटी, निर्भया केस आदि इसके उदाहरण हैं।