कोटा, 24 नवम्बर (वार्ता)। राजस्थान में कोटा के नान्ता-सकतपुरा इलाके के आबादी क्षेत्र में पिछले करीब एक सप्ताह से घुस आए एक तेंदुए को आखिरकार वन विभाग ट्रेंकुलाइज करने में सफल रहा।
वन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि यह तेंदुआ पिछले करीब एक सप्ताह से नान्ता के रियासत कालीन गढ़ में पनाह लिये हुआ था जिसे पकड़ने के स्थानीय वनकर्मियों के सारे प्रयास विफल हो जाने के बाद सवाई माधोपुर स्थित रणथम्भौर नेशनल पार्क से वन्यजीव विभाग के विशेषज्ञों की टीम को दो दिन पहले कोटा बुलाया गया था
सूत्रों ने बताया कि नान्ता महल में पिछले करीब एक सप्ताह से छिपे तेंदुए को बुधवार रात करीब पौने 12 बजे वाटर प्वाइंट के पास उस समय ट्रेकुलाइज गन से बेहोश कर दिया गया जब वह वहां पानी पीने आया था। वन विभाग की टीम ने इसे पकड़कर वाहन से लाडपुरा रेंज कार्यालय ले गये। तेंदुए के पकड़े जाने की सूचना के बाद नांता क्षेत्र में एक सप्ताह से फैली दशहत से लोगों ने राहत की सांस ली।
उल्लेखनीय है कि हैं लगातार पांच दिन तक इस तेंदुए के पकड़ में नहीं आए जाने के बाद नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों और वन्यजीव विभाग के अफसरों से बातचीत करके इसे पकड़ कर आबादी क्षेत्र से बाहर वापस जंगल में छोड़े जाने के लिए आवश्यकता पड़ने पर अन्यंत्र से वन्यजीव विशेषज्ञों की मदद लेने के निर्देश दिए थे।