मैसूर 20 दिसंबर (वार्ता) कर्नाटक के पलार बम विस्फोट मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन का साथी ज्ञान प्रकाश को मंगलवार सुबह यहां मैसूर सेंट्रल जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया।
उच्चतम न्यायालय ने 26 नवंबर को फेफड़े के कैंसर से पीड़ित ज्ञान प्रकाश को मानवीय आधार पर जमानत दी थी।
शीर्ष अदालत के आदेश के अनुसार, अधिवक्ता बाबूराज ने ज्ञान प्रकाश की रिहाई की अनुमति देने के लिए चामराजनगर जिला सत्र न्यायालय में आवेदन किया था। सोमवार को अदालत ने दोनों से जमानत और पांच लाख रुपये का मुचलका हासिल किया। बाद में, अदालत ने सेंट्रल जेल के मुख्य अधीक्षक को ज्ञान प्रकाश को रिहा करने का आदेश दिया।
गौरतलब है कि राज्य के चामराजनगर जिले के हनूर तालुक में मरतल्ली संदनपाल्या के ज्ञानप्रकाश वीरप्पन, साइमन, बिलावेंद्रन व मीसेकारा मदैया के साथ 1993 के पलार बम विस्फोट मामले में शामिल थे और उन्हें टाडा अधिनियम के तहत 1997 में मैसूर की टाडा अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी।
वर्ष 2014 में, शीर्ष अदालत ने मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया।