जबलपुर जिले में अब १० तहसील की जगह १२ तहसील होंगी। जिसकी अधिसूचना राजस्व विभाग ने जारी कर दी है। बहरहाल दो तहसील पाटन विधानसभा में ही बनाई जाना हैं। जिसको देखकर बरेली विधायक संजय यादव रूठ गए हैं और सरकार पर उपेक्षा करने का आरोप लगा रहे हैं। गौरतलब हैं पाटन को तोड़कर कटंगी तहसील और मझोली को तोड़कर पौढ़ा तहसील का निर्माण होगा। जबकि बरगी विधानसभा में भी विधायक संजय यादव नई तहसील बनाने की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं। लेकिन उनकी उम्मीदों में पानी फिर गया है। जिसके बाद वह सरकार से रूठ गए हैं और शिवराज सरकार पर बरगी विधानसभा को लेकर उपेक्षा करने का आरोप लगा रहे हैं।बरगी को तहसील न बनाए जाने पर क्षेत्रीय विधायक संजय यादव ने सरकार पर उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए शिवराज सरकार पर हमला बोला हैं। उन्होंने कहा शिवराज सिंह आदिवासी विरोधी हैं। बरगी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। आदिवासियों के पास सुविधाएं न पहुंच सकें इसलिए बरगी को तहसील नही बनाया गया। जबकि विधानसभा में आश्वासन दिया गया था। उसके बाद भी केबिनेट में इसे नहीं लाया गया। यदि बरगी विधानसभा में तहसील नहीं बनाई जाती है। तो मैं कोर्ट के शरण में जाऊंगा।वहीं पाटन विधानसभा को दो नई तहसीलों की सौगात मिलने पर अजय विश्नोई ने शिवराज सिंह को धन्यवाद दिया और कांग्रेस विधायक संजय यादव पर पलटवार करते हुए कहा की १४ महीने की कमलनाथ सरकार में सबसे ज्यादा काम बरगी के लिए स्वीकृत हुए थे। तब ये उपेक्षा क्यों नहीं याद आई। उपेक्षा की शुरुआत कमलनाथ सरकार ने की थी। उन्हीं से पूछना चाहिए कि आखिर बरगी विधानसभा की उपेक्षा क्यों की जा रही है। मझौली तहसील में ८५ हल्के और २२५ राजस्व ग्राम हैं। मुख्यालय से हल्कों की दूरी २५ किलोमीटर तक है। जिसकी वजह से लोगों को मुख्यालय तक आने में परेशानी होती रही है। यही कारण है कि पौंड़ा और कटंगी को अलग कर नई तहसील बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके पहले कटंगी को उप तहसील का दर्जा प्राप्त रहा है। पाटन तहसील में फिलहाल लगभग ८१ हल्के और २३० गांव हैं। इनका विखंडन करके कटंगी को नई तहसील के रूप में आकार दिया जाएगा।