रानी अवंती बाई लोधी के बलिदान दिवस पर शहर पहुंचे मुख्यमंत्री
जबलपुर,। बरगी स्थित मनकेड़ी में रानी अंवतिबाई लोधी के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पहुंचे। अपने संबोधन में सीएम श्री चौहान ने कहा कि जो पार्टी 50 वर्षो से राज कर रही थी, उसने यही दर्शाया की आजादी की लड़ाई में एक ही खानदान का योगदान रहा। जबकि देश को अंग्रेजो से आजाद कराने में कई क्रांतिकारियों ने अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया। उनमें एक रानी अंवतिबाई लोधी भी थी, जिन्होने अंग्रेजो से भारत को मुक्त कराने में अह्म भूमिका निभाई है। उन्होंनें आगे कहा कि आजादी किसने दिलाई, क्या नेहरुजी ने दिलाई, इंदिरा गांधी ने दिलाई है। महात्मा गांधी के योगदान को मैं अस्वीकार नहीं करता उनको तो बारम्बार प्रणाम करता हूं। आजादी दिलाने में हमारे कई क्रांतिकारी रहे, जिन्हे हम भूल गए। हम भूल गए राजा रघुनाथ शाह, शंकर शाह को, वीरागंना रानी अंवतिबाई, हम भूल गए, टंट्या मामा को, भीमा नायक हो, महारानी लक्ष्मीबाई को, भगतसिंह को, सुखदेव, राजगुरु को, तात्या टोपे को, हम भूल गए वीर सावरकर को, जिन्होंने देश को आजाद कराने में अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि आज यही बात मेरे मन को पीड़ा पहुंचाती है।
हंसते-हंसते शहीद हुए क्रांतिकारी
सीएम शिवराज सिंह चौहान में अपने उद्बोधन में आगे कहा कि
आजादी के लिए हजारों क्रांतिकारी हंसते हंसते शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दूंगा कि ऐसे सारे शहीदों के अब स्मारक बनाए जा रहे है। हमने छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी का नाम राजा रघुनाथ शाह-शंकर शाह के नाम पर रखने का निर्णय लिया है। कार्यक्रम के दौरान विधायक व लोधी समाज के अध्यक्ष जालमसिंह पटैल, पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह, गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश्वरानंद, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।