कोटा, 27 अगस्त । राजस्थान में कोचिंग सिटी कहे जाने वाले कोटा में आज एक और कोचिंग छात्र ने अपने ही कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल से कूद गए आत्महत्या कर ली।
शहर के विज्ञान नगर स्थित इस कोचिंग संस्थान में रविवार को अवकाश देने होने के बावजूद टेस्ट के लिए बुलाये गये महाराष्ट्र के लातूर से कोचिंग के लिए आए आए छात्र 16 वर्षीय अविष्कार संभाजी कासले ने करीब तीन बजे बाद टेस्ट देकर घर पर इन्तजार कर रही अपनी नानी के पास वापस लौटने की जगह कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल पर पहुंचकर ऊपर से कूदकर अपनी जान दे दे।
कोटा में किसी कोचिंग छात्र के आत्महत्या करने की अकेले अगस्त महीने में यह पांचवीं घटना है जबकि इस साल के अब तक बीते आठ महीनों में कोटा में 22 कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या कर ली है या उनकी संदिग्ध हालत में मौत हो गई। महाराष्ट्र के लातूर का यह कोचिंग छात्र अविष्कार संभाजी पिछले करीब डेढ़ साल से अपनी नानी के साथ कोटा में रह रहा था और विज्ञान नगर थाना क्षेत्र के इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र के रोल नंबर एक पर स्थित एक कोचिंग संस्थान में कोचिंग ले रहा था।
शहर में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक कोटा में बढ़ती कोचिंग छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं पर न केवल चिंता जता चुके हैं बल्कि वे कोटा के कोचिंग संस्थान संचालकों की जयपुर में रहते हुए ..वर्चुअल क्लास.. भी ले चुके हैं लेकिन इसके बावजूद तमाम सारे सरकारी कागजों, दिशा-निर्देशों की अवहेलना करते हुए कोटा में कोचिंग संस्थान संचालक अपनी मनमर्जी से कोचिंग संस्थानों की गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं।
कोचिंग छात्रों में तनाव को आत्महत्या की बड़ी वजह मानते हुए ही जिला मजिस्ट्रेट ओम प्रकाश बुनकर ने हाल ही में एक दिशा निर्देश जारी करके कोचिंग संस्थानों से कहा था कि वह ..संडे को फ़न-डे.. के रूप में मनाए और इस दिन किसी भी तरह की कोचिंग गतिविधि या टेस्ट आदि आयोजित नहीं किया जाए। लेकिन इसके बावजूद आज कोचिंग संस्थान में टेस्ट आयोजित किया गया। टेस्ट देने के बाद कोचिंग छात्र भागता हुआ अपने कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल पर पहुंचा और वहां से कूद गया। नीचे गिरने के तत्काल बाद उसने दम तोड़ दिया।
सूचना मिलने पर विज्ञान नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बरामद करके उसे अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।