नई दिल्ली, 21 अप्रैल (आईएएनएस)| सात इलेक्टोरल ट्रस्ट (चुनावी न्यास) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए मिली राशि की घोषणा की है, जिन्होंने औद्योगिक घरानों और व्यक्तियों से कुल 258.49 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त की है और इनमें से विभिन्न राजनीतिक दलों को 258.43 करोड़ (प्राप्त राशि का 99.97 प्रतिशत) वितरित किए हैं।
गुरुवार को जारी एक विश्लेषण में यह जानकारी दी गई है। शीर्ष 10 दानदाताओं ने इलेक्टोरल ट्रस्टों को 223.00 करोड़ रुपये का दान दिया है, जो वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ट्रस्टों द्वारा प्राप्त कुल दान का 86.27 प्रतिशत है और भाजपा को 212.05 करोड़ रुपये या सभी राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त कुल दान का 82.05 प्रतिशत प्राप्त हुआ है।
यह जानकारी चुनाव अधिकार निकाय एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के विश्लेषण में दी गई है। इसमें कहा गया है कि जिन प्रमुख दलों को चंदा मिला उनमें भाजपा, जदयू, कांग्रेस, राकांपा, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, राजद, आप, लोजपा, सीपीएम, भाकपा और लोकतांत्रिक जनता दल शामिल हैं।
फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने इलेक्टोरल ट्रस्ट के सभी दाताओं में सबसे अधिक 100 करोड़ रुपये का योगदान दिया, इसके बाद हल्दिया एनर्जी इंडिया लिमिटेड ने 25 करोड़ रुपये और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्च र लिमिटेड ने विभिन्न ट्रस्टों को 22 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
बता दें कि चुनावी न्यास गैर लाभकारी संगठन हैं जिनकी स्थापना भारत में राजनीतिक दलों के लिए उद्योगों और व्यक्तियों से व्यस्थित तरीके से चंदा (योगदान) प्राप्त करने के लिए की गई है। इसका उद्देश्य चुनाव संबंधी खचरे के लिए राशि के इस्तेमाल में पारदर्शिता लाना है।
वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 159 व्यक्तियों ने चुनावी न्यास में अंशदान किया। इनमें से दो व्यक्तियों ने साढ़े तीन करोड़ का दान प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट में किया जबकि 153 व्यक्तियों ने 3.20 करोड़ रुपये का दान स्मॉल डोनेशंस इलेक्टोरल ट्रस्ट में किया। तीन व्यक्तियों ने पांच लाख रुपये का योगदान आइंजिगर्टिग इलेक्टोरल ट्रस्ट में किया, जबकि एक व्यक्ति ने 1,100 रुपये का योगदान इंडिपेंडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट में किया।
शीर्ष 10 दानदाताओं ने इलेक्टोरल ट्रस्टों को 223.00 करोड़ रुपये का दान दिया है, जो वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ट्रस्टों द्वारा प्राप्त कुल दान का 86.27 प्रतिशत है।
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने वित्त वर्ष 2019-20 में 217.75 करोड़ रुपये के योगदान के विपरीत, भाजपा को 209.00 करोड़ रुपये का दान दिया, जबकि जयभारत इलेक्टोरल ट्रस्ट ने वित्त वर्ष 2020-21 में अपनी कुल आय का 2.00 करोड़ रुपये भाजपा को दान किया।
इलेक्टोरल ट्रस्ट ने कांग्रेस को 3.31 करोड़ रुपये का दान दिया। प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने भाजपा, जदयू, कांग्रेस, राकांपा, राजद, आप और लोजपा जैसे प्रमुख दलों सहित सात राजनीतिक दलों को दान दिया।
बीजेपी को इलेक्टोरल ट्रस्टों से सभी राजनीतिक दलों को मिले कुल चंदे का 212.05 करोड़ रुपये या 82.05 फीसदी मिला, जबकि जेडीयू को सभी सात चुनावी ट्रस्टों से सभी पार्टियों को मिले कुल चंदे का 27 करोड़ रुपये या 10.45 फीसदी मिला।
एडीआर विश्लेषण में कहा गया है कि कांग्रेस, राकांपा, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, राजद, आप, लोजपा, सीपीएम, भाकपा और लोकतांत्रिक जनता दल सहित अन्य 10 राजनीतिक दलों को सामूहिक रूप से कुल 19.3801 करोड़ रुपये मिले
।इनमें जनकल्याण ईटी, जनशक्ति ईटी, पीपुल्स ईटी, उपकृति ईटी, भारतीय भूमि ईटी, हार्मनी ईटी और कल्याण ई.टी. शामिल हैं।
विश्लेषण में कहा गया है कि कल्याण इलेक्टोरल ट्रस्ट की योगदान रिपोर्ट सितंबर 2016 में इसके पंजीकरण के बाद से ईसीआई की वेबसाइट पर एक बार भी उपलब्ध नहीं रही है।