नई दिल्ली, 22 अप्रैल (आईएएनएस)| देशभर में कुछ खास स्टेशनों पर स्थानीय कलाकृति, हैंडीक्राफ्ट के उत्पादों की बिक्री की जाएगी। रेल मंडल की ओर से देशभर में एक हजार स्टेशनों पर 15 दिवसीय स्टाल लगाने के लिए इन का चयन किया जा रहा है। इसके तहत देशभर के रेलवे स्टेशनों पर क्षेत्र विशेष के खास उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने ये कदम उठाया है। शिल्पकला की ब्रांडिंग व इसके लिए बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रेलवे ने ये अगला कदम बढ़ाने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार की योजना वन स्टेशन वन प्रोडक्ट (एक स्टेशन एक उत्पाद) के लिए अपने पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद एक हजार स्टेशन का चयन किया जा रहा है।
केंद्रीय बजट में घोषित ‘एक स्टेशन एक उत्पाद योजना’ की शुरूआत की गई, जिसके अंतर्गत देशभर के रेलवे स्टेशनों पर क्षेत्र विशेष कि खास उत्पादों, स्थानीय कलाकृति, हस्तशिल्प, हथकरघा आदि की बिक्री के लिए चरणबद्ध तरीके से स्टाल लगाए जा रहे हैं। एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत रांची रेल मंडल के 15 स्टेशनों का चयन किया जाना है। वर्तमान में तसर सिल्क उत्पाद कि प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए रांची रेलवे स्टेशन पर झारखंड (झारखंड सिल्क टेक्सटाइल एंड हैंडीक्राफ्ट डेवलपमेंट कापोर्रेशन लिमिटेड) की अस्थायी 15 दिवसीय स्टाल लगाई गई है। सभी रेल मण्डलों से 15 स्टेशनों को चयनित करने के लिए कहा गया है।
दरअसल 25 मार्च 2022 को भारतीय रेल के 19 स्टेशनों पर इस योजना की शुरूआत की थी। इसके बाद इसे 69 अन्य स्टेशनों तक बढ़ाया गया। इसकी लोकप्रियता को देखते हुये अब भारतीय रेलवे इसे 1000 स्टेशनों तक बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। इसी योजना के तहत अगल-अलग मंडलों कि ओर से स्थानीय शिल्प को बढ़ावा दिया जा रहा है।
जगदलपुर स्टेशन पर शिल्पकला विशेषकर बेलमेटल, काष्ठ शिल्प और लौह शिल्प के स्टॉल लगाए जाएंगे। चुनार स्टेशन पर चीनी मिट्टी के खिलौने व बर्तन का स्टॉल लगाया जाएगा। वहीं रांची रेलवे स्टेशन पर झारखंड सिल्क टेक्सटाइल एंड हैंडीक्राफ्ट डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड की ओर से स्टॉल लगाए जाएंगे।