जबलपुर के सिहोरा और खितौला क्षेत्र में गुरुवार को लगे बंद के दौरान उस समय सनसनी फैल गई, जब थाना खितौला क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 17 में दोपहर करीब एक बजे एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बंद के चलते पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई थी, हर चौराहे पर पुलिस की मौजूदगी थी, बावजूद इसके अपराधियों ने बेखौफ वारदात को अंजाम दिया और मौके से आसानी से फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
मृतक की पहचान धर्मेंद्र सिंह ठाकुर उर्फ चिंटू (45) के रूप में हुई है, जो रेत का कारोबार करता था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हमलावरों ने बाइक से धर्मेंद्र को रोका, जमीन पर पटकने के बाद उसके सिर पर सटाकर गोलियां दागीं। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिखाई देता है कि हमलावर कितने बेखौफ तरीके से धर्मेंद्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे हैं।
सूचना मिलते ही सिहोरा और खितौला पुलिस मौके पर पहुँची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। क्षेत्र में भारी पुलिस व्यवस्था होने के बावजूद गोलीकांड को अंजाम दिए जाने से स्थानीय नागरिकों में आक्रोश और दहशत का माहौल है।
घटना के बाद मृतक के परिजनों ने सिहोरा निवासी बदमाश अस्सू विश्वकर्मा और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है। मृतक के भाई राहुल ठाकुर का कहना है कि अस्सू विश्वकर्मा से उनके भाई की पुरानी रंजिश थी और कुछ साल पहले भी उसने चिंटू पर गोली चलाई थी, जिसके मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से धर्मेंद्र की हत्या की धमकी दी थी।
फिलहाल पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और तकनीकी साक्ष्यों की मदद से हमलावरों की पहचान करने की कोशिश जारी है।
गोलीकांड के बाद खितौला और सिहोरा में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।


