नई दिल्ली, 6 अगस्त (आरएनएस) । भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित मंत्रियों पर नई आबकारी नीति के माध्यम से करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि अब सीबीआई जांच शुरु हो गई है तो उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी इस आबकारी नीति को गलत बताने लगे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को झूठा करार देते हुए कहा कि आबकारी नीति को बेहतर और दिल्ली सरकार की राजस्व बढ़ाने वाली बता कर उसकी जम कर तारिफ करने वाले केजरीवाल और सिसोदिया सी.बी.आई. जांच की शुरुआत होते ही पलटी मार कर अपनी ही नीति को गलत ठहराने में जुट गए हैं। संबित पात्रा ने कहा कि जब जांच की आंच उन तक पहुंची है तो वे बली का बकरा ढूढऩे में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि सिसोदिया उपराज्यपाल पर नीति में अंतिम समय में बदलाव का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन गत वर्ष नवंबर में लागू इस नीति को 10 माह के बाद आप नेताओं को इसमें खामियां नजऱ आ रही है। संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पहले ही दिन से नई आबकारी नीति को दुधारु गाय मान लिया था। इस नीति में शराब निर्माताओं को भी खुदरा व्यापार की घूट देने के साथ-साथ काली सूची में डाली गई कंपनियों को भी लाइसेंस दिए गए और समूह बनाने वालों को भी भागीदारी की छूट दी गई। उन्होंने कहा कि नियमों से बाहर जाकर उन क्षेत्रों में भी दुकानों के लाइसेंस दिए गए जहां वे खोली नहीं जा सकती थीं पात्रा ने कहा कि अब सिसोदिया इसके लिए उपराज्यपाल को दोषी ठहरा रहे हैं क्योंकि वे संवैधानिक पद पर होने के कारण जवाब नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और सिसोदिया को इस बात का जवाब देना होगा कि उन्होंने शराब माफियाओं को 144 करोड़ रुपये की राशि माफ क्यों की। उन्होंने कहा कि शराब नीति को केवल माफियाओं के हित के लिए बना कर बड़े पैमाने पर पैसों की उगाही करने वाले मुख्यमंत्री और सिसोदिया पर आरोप है कि करोड़ों की कमाई से ही उन्होंने पंजाब में चुनाव लड़ा है।